मैं गाता हूँ ,
इस लिए जवानी मेरी है .
इस लिए जवानी मेरी है .
मैंने दुःख सुख हर हालत में गाना जाना ,
मुझको जीवन का भार सदा श्रृंगार हुआ ,
वो कुचला करता है उनको ही रागों में
अपने अनुभव को बाँध नहीं जो पाते है ;
यौवन जिसका है तान वही भर सकता है
लेकिन मैं तो कुछ उलटी कर दिखलाता हूँ -
मैं गाता हूँ इसलिए जवानी मेरी है ,
मैं गाता हूँ ;
मई गाता हूँ इस लिए जवानी मेरी है
हरिवंशराय बच्चन,
मुझको जीवन का भार सदा श्रृंगार हुआ ,
वो कुचला करता है उनको ही रागों में
अपने अनुभव को बाँध नहीं जो पाते है ;
यौवन जिसका है तान वही भर सकता है
लेकिन मैं तो कुछ उलटी कर दिखलाता हूँ -
मैं गाता हूँ इसलिए जवानी मेरी है ,
मैं गाता हूँ ;
मई गाता हूँ इस लिए जवानी मेरी है
हरिवंशराय बच्चन,
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